Golconda Fort History In Hindi | गोलकुंडा किला का इतिहास

Golconda Fort History In Hindi | गोलकुंडा किला का इतिहास

अपने समय की नवाबी संस्‍कृति का अदभुत चित्रण दिखता Golconda Fort History In Hindi में आपका स्वागत है। आज के हमारे आर्टिकल में हम हैदराबाद के गोलकुंडा किला का इतिहास की जानकारी बताने वाले है। 

हमारा हिंदुस्तान बहुत ही पुराने एव गहरे इतिहास वाला देश है। क्योकि भारत की विरासत सभी लोगो को आने और आकर्षित करती है। वैसे ही आज हम आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में उपस्थित History of Golconda Fort की माहिती में आपको Secrets of Golconda Fort, Golconda Fort built by और Golconda Fort light show timings की सभी बाते बताने वाले है। 

गोलकुंडा किला हैदराबाद शहर की पश्चिम दिशा मे उपस्थित है। उसका इतिहास तक़रीबन 400 साल पुराना एव वह किला अपने भव्‍य विरासत और प्रभावशाली संस्कृति के कारन पुरे भारत में प्रसिद्ध है। उन फोर्ट की बनावट तेरहवीं शताब्‍दी के समय में राजवंश काकतिया करवाया का प्रमाण मिलता है। तो चलिए Golconda Fort hyderabad की सम्पूर्ण माहिती की और ले चलते है। 

Table of Contents

Golconda Fort History In Hindi – 

गोलकुंडा का इतिहास बताये तो यह फॉर्ट मराठा साम्राज्य के समय में बना हुआ है। Who built Golconda Fort ? किले का निर्माण महाराजा वारंगल ने 14वीं शताब्दी में करवाया का प्रमाण मिलता है। लेकिन बादमे महारानी रानी रुद्रमा देवी और उनके पिताजी प्रतापरुद्र ने यह फॉर्ट को  सुदृढ़ीकरण करके पुनर्निर्माण कार्य करवाया था। फोर्ट की बनावट ग्रेनाइट हिल से 120 मीटर यानि 480 की ऊंचाई पर बनाया गया है। काकतिया राजवंश के बाद में किले पर मुसुनुरी नायक ने हमला करके अपना आधिपत्य जमाया था। 1512 ई. के समय से कुतुबशाही राजाओ ने अपना अधिकार स्थापित करके किले का नाम मुहम्मदनगर करदिया था। 

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Golconda Fort की बनावट –

फॉर्ट की बनावट की बात करे तो किले में कुल मिलके आठ दरवाजे, चार सीढ़ियां और पत्थर की तक़रीबन सात किलोमीटर की लंबी एव बहुत मजबूत दीवार बनाई गई है। यह दीवार के बहार एक गहरी खाई बनी हुई है। वह 7 किलोमीटर की दीवार से नगर के विशाल भाग को कवर देती है। यहाँ मौजूद महलो एव मस्जिदों के खंडहर Golconda Fort hyderabad, telangana के प्राचीन गौरव गरिमा की कहानी बताते है। किले के दक्षिण में मुसी नदी बहती है।

किले के उत्तरी हिस्से में कुतुबशाही राजाओ के मकबरे जर्जरित अवस्था में आज भी मौजूद है। पहले यह किला मिट्टी से बना हुआ था लेकिन कुतुब शाही राजाओ ने अपने शाशन काल में दुर्ग को ग्रेनाइट से शुशोभित किया था। उसके अलावा किले में 87 बुर्ज, हब्शी कमान्स, ऊंट अस्तबल, दरबार कक्ष, हथियार घर, निजी कक्ष, तारामती मस्जिद, नगीना बाग, अंबर खाना, मुर्दा स्नानघर, रामसासा का कोठा जैसे कई कक्ष मौजूद है। प्रत्येक बुर्ज पर तोप लगाए गए थे। जिसके कारन किले को अभेद्य और मजबूत कहा जाता था।

Golconda Fort की कुछ माहिती –

Golconda Fort History In Hindi | गोलकुंडा किला का इतिहास
Golconda Fort History In Hindi | गोलकुंडा किला का इतिहास

आवाज़ और लाइट शो –

गोलकुंडा किले में लाइट शो एव खुबसूरत आवाज़ यात्रिको का मुख्य आकर्षण केंद्र है। उनसे यहाँ के राजा महाराजाओ की लव और इतिहास की बाते बताई जाती है। यह शो देखने योग्य है। 

बाहर जाने का रास्ता और रहस्यमयी सुरंग – 

गोलकुंडा किले में एक रहस्यमयी सुरंग है। वह दरबार हॉल से निचे से गुजरते हुए महल के बाहरी विभाग तक ले जाती है। ऐसा कहा जाता है की कई विपत्ति के समय में शाही परिवार के लोगो को बहार आने और जाने के लिए उसका प्रयोग होता था। लेकिन वर्तमान समय में यह नहीं दिखाई देती है। 

पागल आदमी ने शहर को बचाया –

कई वर्षो पहले यानि प्राचीन समय में एक पागल व्यक्त्ति रहता था। वह फ़तेह दरवाजे के बहार ही सोया करता था। जिसके चलते वह किसी को अंदर नहीं जाने देता था। जब औरंगजेब किले पर आक्रमण की तैयारी करता था। तब उन्हें रोकता था लेकिन मुग़ल सैन्य के एक सेनापति ने उन्हें छोड़ के जाने को कहा तब औरंगजेब की सेना ने आक्रमण किया था। 

425 साल पुराना वृक्ष –

गोलकुंडा किले में 425 वर्ष पुराना एक वृक्ष आज भी मौजूद है। वह एक अफ्रीकन बाओबाब पेड़ है। लेकिन यहाँ के लोग हतियाँ का पेड़ कहते है। वह वृक्ष नया किला परीसर मौजूद है। ऐसा बताया जाता है की एक अरबियन व्यापारी ने यह वृक्ष को सुल्तान मुहम्मद कुली कुतुब शाह को तौफे में दिया था।

श्री रामदासु जैसी फिल्मे प्रेरित हुई –

ऐसा कहा जाता है की राम दास एक राजकीय मंत्री थे। लेकिन यहाँ के राजा अबुल हसन तनह शाह ने उनको जेल की सजा दी थी। उसका कारन था की उन्होंने श्री राम मंदिर बनाने में पैसो का दूर उपयोग किया था। ऐसा बताया जाता है की भगवान श्री राम राजा तनह शाह के ख्वाब में आये एव राम दासु बचाने के लिए पैसो की भरपाई की थी। 

महाकाली मंदिर –

गोलकुंडा किले के सबसे उपरी विभाग में माता महाकाली का मंदिर बना हुआ है। ऐसा कहा जाता है की महाराजा इब्राहीम कुली कुतुब शाह हिन्दू धर्म से बहुत लगाव रखते थे। हमारे हिन्दू लोग उन्हें मल्कभिराम के नाम से बुलाते थे। 

USA में गोलकोंडा के नाम पर स्थित स्थान –

अमेरिका के इलिनोइस के एक शहर का नाम गोलकुंडा महल  नाम से रखा गया है। दूसरे नेवडा और एरिज़ोना है। हाल ही में खनन नगर गोलकोंडा को में भूतो वाला शहर कहा जाता है। 

ताली मारो मियान – सुरक्षा अलार्म 

किले की बनावट बहुत ही समज के साथ की गई थी , क्योकि प्रवेश द्वार पर बजायी गयी ताली को आप बहुत आसानी से किले के बाला हिसार रंगमंच पर सुन सकते है। उसका यह कारन था। की कोई भी व्यक्त्ति आये तो उसकी जानकारी उपलब्ध रहे। जिसके चलते आपातकालीन परिस्थिति का निर्माण न हो और महल में आने वाले महेमानो के बारे में पता भी चल सके।

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विश्व प्रसिद्ध हीरा – 

हीरों का बेशकीमती ख़ज़ाना यहाँ मिला था। ऐसा कहा जाता है की गोलकुंडा के शासक ने फोर्ट में एक तिजोरी बनाई थी। जिसमे हमारे भारत में प्रसिद्ध कोह-ए-नूर और होप हीरे को दूसरे हीरो के साथ रखा गया था। गोलकुंडा के गुंटूर जिले के पास में अटाकुर एव परिताला के पास के खदान में हीरे पाए जाते थे। काकतीय राजाओ के समय में शहर को दो विभागों में काटा गया था। क्योकि वह दुनिया में भारत की एकमात्र हीरे की खदान थी। जिसके चलते गोलकुंडा हीरा व्यापार का बाजार भी कहा जाता था। क्योकि वहा कई अच्छे प्रकार के हिरे और रत्नो का व्यापर किया जाता था। 

उसकी खदान से लाइट हिरे के प्रकार –

  • रीजेंट डायमंड
  • कोह-ए-नूर
  • दारिया-ए-नूर
  • प्रिंसी डायमंड
  • होप डायमंड
  • विटल्सबाक-ग्रेफ डायमंड
  • नूर-उल-ऐन

Golconda Fort के शासक राजवंश –

Who ruled Golconda Fort ?

  • काकतीय राजा
  • काममा नायक
  • बहमनी सुल्तान
  • कुतुब शाही वंश
  • मुगल साम्राज्य

कुतुब शाही मकबरे –

प्राचीन समय में और आधुनिक युग में भी गोलकोंडा महल ने बहुत प्रसिद्धि हासिल की हुई थी। उसमे हिरे का व्यापार और खान होने की वजह से धन का विशाल ठेर संग्रह हुआ था। अपने असंख्य धन सम्पति वजह से उनके शाशक राजा भी अपनी जिंदगी शाही तौर तरीके से व्यतीत करते थे। कुतुब शाही सुल्तानोंगोलकोंडा के बहार दीवार से एक किलो मीटर उत्तर में बनवाया गया है। उसकी बनावट नक्काशी की कब्रें दार पत्थर और बहुत ही खूबसूरती  बनवाया गया है। उनके आसपास एक गार्डन सा माहौल बना हुआ है। 

लोकप्रिय संस्कृति –

  • Golconda Fort drawing से रेने मैग्रेट की पेंटिंग गोलकोंडा का नाम नगर का नाम गया था।
  • एकर्स ऑफ डायमंड्स नाम की पुस्तक जो रसेल कॉनवेल लिखी थी उसमे गोलकोंडा खानों जिक्क्र किया गया है। 
  • जॉन कीट्स की कविता एक जिज्ञासु शैल को प्राप्त करने पर में गोलकोंडा उल्लेख मिलता है। 
  • एंथनी डोर के उपन्यास ऑल लाइट वी नॉट गोल्कोंडा माइन्स में भी हीरे की खोज स्थल के रूप में गोलकोंडा खाने का उल्लेख मिलता है।

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विश्व धरोहर यूनेस्को –

हैदराबाद एव गोलकुंडा किला कुतुब शाही वंश स्मारक कहे जाते कुतुब शाही मकबरे और चारमीनार को विश्व धरोहर स्थलों के लिए पसंद करले 2010 की साल में भारत के स्थायी प्रतिनिधिमंडल के जरिये यूनेस्को में प्रदर्शित किया गया था। 

औरंगज़ेब और गोलकुंडा किला –

विश्वसनीय सुरक्षा और अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग भी गोलकुंडा किला दुश्मनो से नहीं बच सका था। ऊपर से यही तकनीक ही फोर्ट का विनाश का कारन बनी थी। क्योकि इतिहास देखा जाये तो मुग़ल सम्राट औरंगज़ेब के सैन्य ने जब आक्रमण किया तब ही महल के एक सुरक्षा-कर्मि ने रिश्वत के करके किले के द्वार खोल दिए थे। वह किले पर ज्यादा नहीं टिक सका लेकिन बाद में यह महल पूरी तरह से ध्वस्त हो चूका था। क्योकि मुघल सेना ने  240 तोप,90 हजार सैनिक और 50 हजार घुड़सवारों के साथ आक्रमण किया था। 

Golconda Fort Timings – 

समय की बात करे तो सुबह 8 बजे से लेकर के शाम 5.30 बजे तक यह स्थान यात्रालुओ के लिए खुला रखा जाता है। 

सबसे अच्छा समय –

 अगर आपको गोलकुंडा फोर्ट देखने के लिए जाना है और खूबसूरती एव हर चीज़ को अच्छे से देखना है। तो सुबह 8 बजे या शाम के वक्त में जाना चाहिए क्योकि उस समय यह स्थान पर ठंडक रहती है। वातावरण में एक शांती का अनुभव होता है। यह स्थान पर्यटकों के लिए सभी दिन खुला रहता है। 

Golconda Fort Entry Fee –

  • भारतीयों यात्रालुओ के लिए- प्रति व्यक्ति 15 रूपए 
  • विदेशी यात्रालुओ के लिए- प्रति व्यक्ति 200 रूपए 
  • कैमरे से फोटो लेने के लिए – 25 रूपए
  • साउंड एंड लाइट शो देखने के लिए –  प्रति व्यक्त्ति 130 रुपए

नजदीकी होटल्स –

  • Holiday Inn Express Hyderabad HITEC City
  • Aditya Hometel
  • Aditya Park
  • Park Hyatt Hyderabad
  • Hotel Mint Ebony
  • GreenPark Hyderabad
  • Holiday Inn Express Hyderabad Banjara Hills
  • OYO 983 Hotel Surya Residency
  • Marigold By Greenpark
  • Radisson Blu Plaza Hotel Hyderabad Banjara Hills

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गोलकुंडा किला पहुँच ने के रास्ते –

रेलवे मार्ग –

गोलकुंडा फोर्ट देखने जाने के लिए आपने रेलवे मार्ग को चुना है। तो आपको बतादे की कोचिगुडा एव सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन उसका नजदीकी रेलवे स्टेशन वहा उतरके आप बहुत आसानी से गोलकुंडा फोर्ट जा सकते है। यह स्टेशन मुंबई, पुणे, कोलकाता और दिल्ली से बहुत ही अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। 

हवाई मार्ग –

गोलकुंडा फोर्ट देखने जाने के लिए आपने हवाई मार्ग को पसंद किया है। तो आपको बतादे की हैदराबाद एयरपोर्ट गोलकुंडा फोर्ट का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। वह हवाई अड्डा पुणे, मुंबई, दिल्ली और कोलकाता जैसे भारत के मुख्य शहरो  हुआ है। वह स्थान उतरके आप बहुत ही आसानी से टेक्सी या कैब  सहायता से किले पर पहुंच सकते है। 

सड़क मार्ग –

शिवमोग्गा बस स्टेशन उतरके आप आसानी से गोलकुंडा फोर्ट जाने लिए ऑटोरिक्षा ,कैब या टेक्सी की सहायता से वहा पहुंच सकते है। किला दिल्ली से 1586 किमी, मुंबई से 600 किमी, पुणे से 700 किमी और कोलकाता से 1500 किमी की दूरी उपस्थित है। वहा जाने के लिए अपनी खुद  मोटरकार भी लेके जा सकते है। 

Golconda Fort Hyderabad Telangana Map –

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Golconda Fort History in Hindi Video- 

Golconda Fort Interesting Facts –

  • गोलकोंडा किला पहले मिट्टी से बना था,लेकिन  कुतुब शाही राजा ने उन्हें ग्रेनाइट से बनवाया था। 
  •  तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के पास गोलकोंडा किला उपस्थित है। 
  • गोलकोंडा किले में आठ द्वार, चार सीढ़ियां,  चार अलग– अलग किले और 87 अर्द्ध बुर्ज है। 
  • गोलकोंडा किले की दीवारे तीन कतार में बनी हुई है और 12 मीटर ऊंची हैं।
  • 17 वीं शताब्दी में यह दुर्ग को हीरो की राजधानी कहते थे। 
  • गोलकुंडा के नजदी की खान से ही दुनिया के बेश कीमती हीरे कोहेनूर निकले थे। 
  • गोलकोंडा किला एक बड़ा शहर के जैसा था ,उसकेअवशेष आज भी नजर आते है। 

FAQ –

Q .गोलकुंडा किले में छेद क्या करें गए हैं ?
A .हिरे की खान के लिए 
Q .Where is Golconda Fort / गोलकुंडा किला कहां है ?
A .Hyderabad, Telangana
Q .Golconda Fort is in which state / गोलकुंडा किस राज्य में है?
A .Telangana
Q .गोलकुंडा का किला किस राजवंश ने बनवाया ?
A .काकतिया राजवंश 
Q .गोलकुंडा किले में ध्वनि संचार का वैज्ञानिक कारण क्या है ? 
A .किले की रचना 

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Conclusion –

आपको मेरा Golconda Fort History बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा। 

लेख के जरिये Golconda Fort story, Golconda Fort architecture और Golconda Fort at night से सबंधीत  सम्पूर्ण जानकारी दी है।

अगर आपको किसी जगह के बारे में जानना है। तो कहै मेंट करके जरूर बता सकते है।

हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।

Note –

आपके पास Golconda Fort contact number, About Golconda Fort या How many gates has Golconda Fort की कोई जानकारी हैं।

या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो दिए गए सवालों के जवाब आपको पता है।

तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इसे अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद 

1 .गोलकुंडा का युद्ध कब हुआ ?

2 .गोलकुंडा की खान कहाँ है ?